राम मंदिर के लिए ट्रस्ट की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा में पहले ही कर दी गई थी। लेकिन अब राम मंदिर के ट्रस्ट के अध्यक्ष की भी घोषणा कर दी गई है और महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष चुना गया है। 19 फरवरी को राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक हुई और इसमें सभी पदाधिकारियों को चुना गया और इसके साथ ही 9 और प्रस्ताव भी पास किए गए।
राम मंदिर निर्माण के लिए बनेगी समिति
इसके साथ ही फैसला लिया गया कि राम मंदिर निर्माण के लिए समिति बनेगी। इस समिति का प्रभार रिटायार्ड वरिष्ठ नौकरशाह नृपेंद्र मिश्रा को सौंपा गया है। उन्हीं की देखरेख में राम मंदिर का निर्माण कार्य होगा। नृपेंद्र मिश्रा 2014 से 2019 तक प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं और 1967 यूपी कैडर के आईएएस ऑफिसर है।
बैठक में शामिल हुए अधिकारी
राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक में बड़े अधिकारी भी शामिल हुए। इसी के तहत यूपी सरकार से अपर मुख्य गृहसचिव अवनीश अवस्थी और अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा भी शामिल हुए। गृह मंत्रालय से संयुक्त सचिव ज्ञानेश कुमार भी बैठक में शामिल हुए।
मंदिर मॉडल से वही रहेगा
राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने कहा कि मंदिर मॉडल जो पुराना था, वही रहेगा। हालांकि इस को चौड़ा और ऊंचा करने से थोड़ा बदलाव जरूर आएगा। करीब 2 हफ्ते बाद ट्रस्ट के सभी सदस्य अयोध्या में मिलेंगे और उस वक्त मंदिर निर्माण के शुरू होने की तारीख की घोषणा भी की जाएगी। मंदिर निर्माण समिति का गठन हो चुका है और नृपेंद्र मिश्रा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बैठक में सभी सदस्य हुए शामिल
मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक वरिष्ठ वकील के परासरण के दिल्ली आवास पर हुई। इस बैठक में ट्रस्ट के सभी सदस्य सदस्य शामिल हुए। महंत गोविंद गिरी को ट्रस्ट का कोषाध्यक्ष बनाया गया और उन्होंने ही बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट की पहली बैठक से इतिहास का नया अध्याय प्रारंभ हुआ।