लखनऊ: अमृत महोत्सव आयोजन समिति लखनऊ दक्षिण द्वारा रविवार को रामलीला मैदान पुराना किला में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एक हजार लोगों ने हाथ में दीपक लेकर भारत माता की सामूहिक आरती की। वहीं कार्यक्रम का प्रारम्भ सामूहिक रूप से वंदेमातरम गायन के साथ हुआ।
अखंड भारत का स्वप्न
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश नारायण ने कहा कि जिस स्वतंत्रता का हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं. उस अखंड भारत के स्वप्न को भूलना नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति व्यक्ति में स्वदेश भक्ति भावना होनी चाहिए। देश की रक्षा की जिम्मेदारी केवल सेना की नहीं बल्कि सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि खंडित वंदे मातरम को इस देश के संविधान में मान्यता मिली हुई है। सावरकर ने कहा था कि वंदे मातरम इस देश की स्वतंत्रता का मंत्र है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जोन इंचार्ज राधा बहन उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्थान के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र और मेजर जनरल नीलेन्द्र रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मेजर जनरल ए.के चतुर्वेदी ने कहा कि आजादी अहिंसा का मंत्र पढ़ कर नहीं मिली। देश को आजादी दिलाने के लिए जिन क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया उन्हें हम कैसे भूल सकते हैं। देश की सुरक्षा को अक्षुण्ण रखने के लिए हमारे नागरिकों को जागृत रहना होगा। देश की रक्षा करना नागरिकों का परम कर्तव्य है।
पूर्व सैनिकों का किया गया सम्मानित
स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव में पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। इसमें कर्नल राकेश जायसवाल,सूबेदार सुरेश शुक्ला,नायक सूबेदार प्रेम शंकर सिंह, नरेंद्र देव शर्मा, दिवाकर सिंह, आर के शर्मा को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर काव्यपाठ का भी आयोजन किया गया। एअरफोर्स की सेवानिवृत्त अधिकारी राखी अग्रवाल ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग कार्यवाह बृजेश पांडेय, भाग संघचालक सुभाष अग्रवाल, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, सिंधी अकादमी के उपाध्यक्ष नानकचंद लखमानी,बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी, भाग कार्यवाह धीरेन्द्र, सह भाग कार्यवाह अतुल सिंह और जिला प्रचारक वैभव प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन अमृत महोत्सव समिति लखनऊ दक्षिण के अध्यक्ष डाॅ धनंजय ने किया।